COVID19 से सबसे ज्यादा जिसकी मार्केटिंग हो रही है वो है Hand Sanitizer और face mask...
भारत नमस्ते,
विश्व में महामारी का रूप ले चुकी इस संक्रामक बिमारी ने आज विश्व में दो चीजों को महत्वपूर्ण स्थान पर ला दिया है जिसमें से एक hand sanitizer और दूसरा है फेसमास्क। ऐसा बताया जा रहा है कि हाथों को hand sanitizer से धूलते रहना है और मास्क पहन कर ही रखना है किन्तु बहुत सी महत्वपूर्ण जानकारियों पर प्रकाश डालने की आवश्यकता है...। आइए जानते हैं-
Hand Sanitizer:-
अनेकों कम्पनियों ने अलग अलग नामों से बाजार hand sanitizer launch किया हुआ आइए जानते है क्या है ये सैनिटाइजर और क्यों है ये इतना महत्वपूर्ण...।
ऐ
Hand sanitizer हाँथो को पानी की उपलब्धता न होने
पर भी हाथों को साफ रखने के काम में लाया जाता है।
यह एक प्रकार का तरल ऐल्कोहलिक द्रव्य है जिसमें 60-70 % एल्कोहल की मात्रा पायी जाती है।
आइए जानते हैं इसके उपयोग से उत्पन्न होने वाली समस्या के बारे में-
जब हम सैनिटाइजर को हाथों पर लगाते हैं तो हमारे हाँथों पर रहने वाले लाभदायक जीवाणू भी मर जाते हैं जो हमारे शरीर को किसी भी तरह की क्षति पहुंचाने वाले हानिकारक विषाणूओं का प्रतिरोध करते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही घातक सिद्ध हो सकता है।
जैसा कि यह एक एल्कोहलिक द्रव्य है, चूंकि ऐल्कोहल ज्वलनशील होता है अतः सैनिटाइजर हाथों आदि पर लगाकर कभी भी आग के संपर्क में नहीं जाना चाहिए अन्यथा आप जल सकते हो।
बार बार हैंड सैनिटाईजर का उपयोग करने से आपके बीमार होने की संभावना 90% तक बढ़ जाती है।
अतः जहां तक हो सके हैंड सैनिटाईजर का उपयोग कम से कम करें और ज्यादा संभव हो तो कभी भी न करें। इसके स्थान पर आप नेचुरल हैंडवास या साबुन से अपने हाथों को धुलाई करिए।
हर समय अपने हाथों को मत धुलिए जब आप किसी ऐसे वस्तु या व्यक्ति के संपर्क में आ गये हों जो स्वयं ही संक्रमित है तो अपने हाथों की अच्छे से सफाई करें।
फेस मास्क (FACE MASK)
फेस मास्क पर भी बात करने की बहुत ही ज्यादा आवश्यकता है जिसे आप नहीं जान रहे ंं हैं तो आपका मास्क ही आपको बीमार कर सकता है। कैस? आइये जानते हैं:-
हमारा वायुमण्डल जिसमें हम जीवन यापन करते हैं स्वयं ही अनेक जीवाणुओं और विषाणुओं का घर है जिसमें से कुछ लाभदायक हैंं तो कुछ हानिकारक भी। हमारी नाक फिल्टर की भाँति कार्य करती है जब हम श्वास लेते हैं तो लाभदायक जीवाणू हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं किन्तु हानिकारक विषाणू नहीं।
जब आप हर समय अपने फेश पर मास्क लगाकर रखेंगे तो लाभदायक जीवाणू का भी प्रवेश अवरुद्ध हो जाएगा।
फेसमास्क के लगातार उपयोग से आप स्वयं से निःसृत विषाणू के प्रकोप से ही नहीं बच पाएंगे।
किसी मास्क का केवल एक बार और तभी उपयोग कीजिए जब आप बाहर भीड़ में जा रहेंं हों या आप स्वयं संक्रमित हों।अन्यथा इसके उपयोग से बचे।
उपयोग किए गये किसी भी मास्क को फेकने के स्थान पर उसे जलाकर नष्ट करें ताकि कोई और भी संक्रमित न हो।
मुझे गर्व है कि मै एक भारती हूँ, मुझे अपने देश से, देशवासियों से, तथा सभी जीवों से अनन्त प्रेम है तथा उनकी सेवा मेंं मै अपना जीवन समर्पित करना चाहता हूँ।
यहींं मेरे जीवन का अन्तिम और चरम लक्ष्य है अगर मै ऐसा करने में सफल हो पाया तो अपना जीवन धन्य मान लूँगा...।
भारत नमस्ते,
जय हिन्द, जय भारत, स्वस्थ भारत।।
Hand Sanitizer:-
अनेकों कम्पनियों ने अलग अलग नामों से बाजार hand sanitizer launch किया हुआ आइए जानते है क्या है ये सैनिटाइजर और क्यों है ये इतना महत्वपूर्ण...।
ऐ
Hand sanitizer हाँथो को पानी की उपलब्धता न होने
पर भी हाथों को साफ रखने के काम में लाया जाता है।
यह एक प्रकार का तरल ऐल्कोहलिक द्रव्य है जिसमें 60-70 % एल्कोहल की मात्रा पायी जाती है।
आइए जानते हैं इसके उपयोग से उत्पन्न होने वाली समस्या के बारे में-
जब हम सैनिटाइजर को हाथों पर लगाते हैं तो हमारे हाँथों पर रहने वाले लाभदायक जीवाणू भी मर जाते हैं जो हमारे शरीर को किसी भी तरह की क्षति पहुंचाने वाले हानिकारक विषाणूओं का प्रतिरोध करते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही घातक सिद्ध हो सकता है।
जैसा कि यह एक एल्कोहलिक द्रव्य है, चूंकि ऐल्कोहल ज्वलनशील होता है अतः सैनिटाइजर हाथों आदि पर लगाकर कभी भी आग के संपर्क में नहीं जाना चाहिए अन्यथा आप जल सकते हो।
बार बार हैंड सैनिटाईजर का उपयोग करने से आपके बीमार होने की संभावना 90% तक बढ़ जाती है।
अतः जहां तक हो सके हैंड सैनिटाईजर का उपयोग कम से कम करें और ज्यादा संभव हो तो कभी भी न करें। इसके स्थान पर आप नेचुरल हैंडवास या साबुन से अपने हाथों को धुलाई करिए।
हर समय अपने हाथों को मत धुलिए जब आप किसी ऐसे वस्तु या व्यक्ति के संपर्क में आ गये हों जो स्वयं ही संक्रमित है तो अपने हाथों की अच्छे से सफाई करें।
फेस मास्क (FACE MASK)
फेस मास्क पर भी बात करने की बहुत ही ज्यादा आवश्यकता है जिसे आप नहीं जान रहे ंं हैं तो आपका मास्क ही आपको बीमार कर सकता है। कैस? आइये जानते हैं:-
हमारा वायुमण्डल जिसमें हम जीवन यापन करते हैं स्वयं ही अनेक जीवाणुओं और विषाणुओं का घर है जिसमें से कुछ लाभदायक हैंं तो कुछ हानिकारक भी। हमारी नाक फिल्टर की भाँति कार्य करती है जब हम श्वास लेते हैं तो लाभदायक जीवाणू हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं किन्तु हानिकारक विषाणू नहीं।
जब आप हर समय अपने फेश पर मास्क लगाकर रखेंगे तो लाभदायक जीवाणू का भी प्रवेश अवरुद्ध हो जाएगा।
फेसमास्क के लगातार उपयोग से आप स्वयं से निःसृत विषाणू के प्रकोप से ही नहीं बच पाएंगे।
किसी मास्क का केवल एक बार और तभी उपयोग कीजिए जब आप बाहर भीड़ में जा रहेंं हों या आप स्वयं संक्रमित हों।अन्यथा इसके उपयोग से बचे।
उपयोग किए गये किसी भी मास्क को फेकने के स्थान पर उसे जलाकर नष्ट करें ताकि कोई और भी संक्रमित न हो।
मुझे गर्व है कि मै एक भारती हूँ, मुझे अपने देश से, देशवासियों से, तथा सभी जीवों से अनन्त प्रेम है तथा उनकी सेवा मेंं मै अपना जीवन समर्पित करना चाहता हूँ।
यहींं मेरे जीवन का अन्तिम और चरम लक्ष्य है अगर मै ऐसा करने में सफल हो पाया तो अपना जीवन धन्य मान लूँगा...।
भारत नमस्ते,
जय हिन्द, जय भारत, स्वस्थ भारत।।
Comments
Post a Comment