मेथी दाना हमारे घर में पायी जाने वाली वात की सर्वोत्तम औषधि है
नमस्ते,
अभी मैने बात की वात की एक सर्वोत्तम औषधि चूना के बारे में उसी क्रम में आज हम बात करने जा रहे हैं मैथी दाना के बारे में।
मैथी दाना वात और कफ दोनों ही तरह के रोगों के उपचार में लाभकारी है औषधि है जो हमारे घरों में आसानी से मिल जाती है।
मैथी दाना अद्भुत है यह वात के 48 तथा वात और कफ के 73 से अधिक रोगों के उपचार के लिए सर्वोत्तम औषधि है इसे अपने स्वयं पाक घर में अवश्य रखिए।
प्रमुख रोग
डाईबीटीज, हाई ब्लडप्रैशर, कोलैस्ट्राल
बच्चे के जन्म के समय होने वाली किसी भी समस्या, यूट्रस डिसप्लेसमेंट(गर्भाशय का अपने स्थान से हट जाना)
अनिद्रा,
माईग्रेन या अधकपरी,
बच्चों में कान का दर्द,
शरीर की हड्डियों, जोड़ों, मांसपेशियों, तलवे, एड़ी आदि का दर्द,
कॉन्स्टीपैशन(कब्ज), पेट तथा मल त्याग में हो रही सभी समस्याओं में पूर्ण लाभकारी,
इस प्रकार कुल 70-78 बिमारीयाँ जो वात और पित्त के असंतुलन से उत्पन्न होती हैं उन सब में मैथी दाने का सेवन करने से पूर्ण लाभ मिलता है।
विभिन्न रोग तथा सेवन विधि
1 डाईबीटीज या ब्लड शुगर
आज हमारे रहन-सहन तथा खान-पान की अनियमितता के कारण तेजी बढ़ने वाली बिमारी रक्त शर्करा है। जिसे अंग्रेजी में ब्लड शुगर या डाईबीटीज के नाम से जाना जाता है।यह इतनी खराब बिमारी है कि रोगी चाहे जितना भी अच्छा भोजन कर ले उसके शरीर को लाभ नहीं मिलता वजन तेजी से घटने लगता है, थकान, कमजोरी, अपच आदि समस्याएं उत्पन्न हो जाती है और बीमार व्यक्ति मृत्यु को प्राप्त हो जाता है।
इतना ही नहीं रोगी जबतक जीवित रहता है दवा तथा कृत्रिम इंसुलीन के सहारे के सहारे जीवित रहता है डॉक्टर उसे बहुत से भोज्य पदार्थों के सेवन से पूर्ण प्रतिबंधित कर देता है।
आइये जानते हैं कि किस तरह से मैथी दाने का उपयोग सर्वोत्तम है- एक चम्मच मैथी दाना रात्रि में एक गिलास पानी में भिगो दे सुबह नित्य क्रिया के बाद मैथी दाना का पानी पी जाए और इसके बाद मैथी दाने को चबाकर खाए। 90 दिनों तक लगातार सेवन करने से रक्त शर्करा सदैव नियंत्रित रहेगा बिमारी से राहत मिलेगी और आप सदैव स्वस्थ रहेंगे।
ध्यान रहे मैथी दाना उपयोग की यह सर्वोत्तम विधी है लगभग सभी बिमारीयों में इसी तरह इसका उपयोग किया जाता है।
★अन्य उपयोग विधि:-
यदि बच्चे के कान में दर्द हो रहा है तो मैथी दाने को शुद्ध सरसों तेल, नारियलतेल, तिलतेल अथवा देसी गाय के घी मेंं हल्की ऑच पर खूब पका ले ठण्डा होने पर इसे कान मे डाले 7-8 मिनट में ही मात्र एक बार के प्रयोग से ही पर्ण लाभ होगा।
नींद न आने पर:-
यदि किसी व्यक्ति को अनिद्रा की समस्या है तो हाद के अंगूठे के दोनों किनारे पर नाखून के किनारे के सीध में दोनों तरफ चार-चार मैथी दाना लगाकर सेलोटेप से बाध दे 30-40 मिनट में ही बहुत अच्छी नींद आ जाएगी इतना नहीं माईग्रेन की समस्या अथवा अधकपारी ठीक हो जाएगी यह उपचार उन व्यक्तियों पर पर भी लागू है जिन्हें दवा खाने के बाद भी नींद नहीं आती।
शरीर में कहीं निश्चित स्थान पर दर्द हो रहा है तो मैथी दाने को दर्द के स्थान पर पट्टी बाध दे 10मिनट में ही पूर्ण लाभ होगा।
ध्यान न रहे मैथी दाना गीला न होने पाए अन्यथा कोई लाभ नहीं होगा।
ऐसा क्यों होता है अध्ययन से ज्ञात है कि मैथी दाने का इलेक्ट्रोमैग्नेटिक क्षेत्र बहुत प्रबल होता है।
# मैथी दाने का लड्डू देशी गाय का घी और देशी गुण के साथ बनाकर ठण्ड के तीन महीने सेवन करने से वात और कफ की 78 बिमारीयाँ ठीक हो जाती है।
गर्भवती माँँ को आठवें या नवे माह में एक या दो माह तक देने से बच्चे का जन्म सामान्य तरीके से होगा कभी भी आपरेशन की आवश्यकता नहीं होगी।
इतना ही नहीं आपरेशन की वजह से यदि माता को युट्रसडिस्प्लेसमेंट की समस्या हो गयी है तो माता को 90दिनों तक मैथी का लड्डू खिलाइये यह समस्या भी ठीक होगी और कभी भी आपरेशन की आवश्यकता नहीं होगी।
सावधानी
ध्यान रहे पित्त प्रकृति वाले लोगों को मैथी दाने का सेवन कभी भी नहीं करना चाहिए क्योंकि यह पित्त को बढाता है।
लगातार 90 से अधिक मैथी दाने का सेवन सेवन न कर
90 दिनों के पश्चात 15-20 दिनों का अन्तराल अवश्य दें
स्वस्थ व्यक्ति को लगातार15 दिनों तक सेवन के बाद 15दिन का अन्तराल देकर ही सेवन करें।
सभी को सप्ताह में एक वार मैथी का सेवन आवश्य ही करना चाहिए।
Youtube video linkhttps://youtu.be/a-d6Gbl8peg
मैथी दाने की बहुत ही उपयोगिता है जिसके बारे में अगले ब्लॉग में लिखूंगा...।
।।धन्यवाद।।
।।जय हिन्द, जय भारत, स्वस्थ भारत।।
मैथी दाना अद्भुत है यह वात के 48 तथा वात और कफ के 73 से अधिक रोगों के उपचार के लिए सर्वोत्तम औषधि है इसे अपने स्वयं पाक घर में अवश्य रखिए।
प्रमुख रोग
डाईबीटीज, हाई ब्लडप्रैशर, कोलैस्ट्राल
बच्चे के जन्म के समय होने वाली किसी भी समस्या, यूट्रस डिसप्लेसमेंट(गर्भाशय का अपने स्थान से हट जाना)
अनिद्रा,
माईग्रेन या अधकपरी,
बच्चों में कान का दर्द,
शरीर की हड्डियों, जोड़ों, मांसपेशियों, तलवे, एड़ी आदि का दर्द,
कॉन्स्टीपैशन(कब्ज), पेट तथा मल त्याग में हो रही सभी समस्याओं में पूर्ण लाभकारी,
इस प्रकार कुल 70-78 बिमारीयाँ जो वात और पित्त के असंतुलन से उत्पन्न होती हैं उन सब में मैथी दाने का सेवन करने से पूर्ण लाभ मिलता है।
विभिन्न रोग तथा सेवन विधि
1 डाईबीटीज या ब्लड शुगर
आज हमारे रहन-सहन तथा खान-पान की अनियमितता के कारण तेजी बढ़ने वाली बिमारी रक्त शर्करा है। जिसे अंग्रेजी में ब्लड शुगर या डाईबीटीज के नाम से जाना जाता है।यह इतनी खराब बिमारी है कि रोगी चाहे जितना भी अच्छा भोजन कर ले उसके शरीर को लाभ नहीं मिलता वजन तेजी से घटने लगता है, थकान, कमजोरी, अपच आदि समस्याएं उत्पन्न हो जाती है और बीमार व्यक्ति मृत्यु को प्राप्त हो जाता है।
इतना ही नहीं रोगी जबतक जीवित रहता है दवा तथा कृत्रिम इंसुलीन के सहारे के सहारे जीवित रहता है डॉक्टर उसे बहुत से भोज्य पदार्थों के सेवन से पूर्ण प्रतिबंधित कर देता है।
आइये जानते हैं कि किस तरह से मैथी दाने का उपयोग सर्वोत्तम है- एक चम्मच मैथी दाना रात्रि में एक गिलास पानी में भिगो दे सुबह नित्य क्रिया के बाद मैथी दाना का पानी पी जाए और इसके बाद मैथी दाने को चबाकर खाए। 90 दिनों तक लगातार सेवन करने से रक्त शर्करा सदैव नियंत्रित रहेगा बिमारी से राहत मिलेगी और आप सदैव स्वस्थ रहेंगे।
ध्यान रहे मैथी दाना उपयोग की यह सर्वोत्तम विधी है लगभग सभी बिमारीयों में इसी तरह इसका उपयोग किया जाता है।
★अन्य उपयोग विधि:-
यदि बच्चे के कान में दर्द हो रहा है तो मैथी दाने को शुद्ध सरसों तेल, नारियलतेल, तिलतेल अथवा देसी गाय के घी मेंं हल्की ऑच पर खूब पका ले ठण्डा होने पर इसे कान मे डाले 7-8 मिनट में ही मात्र एक बार के प्रयोग से ही पर्ण लाभ होगा।
नींद न आने पर:-
यदि किसी व्यक्ति को अनिद्रा की समस्या है तो हाद के अंगूठे के दोनों किनारे पर नाखून के किनारे के सीध में दोनों तरफ चार-चार मैथी दाना लगाकर सेलोटेप से बाध दे 30-40 मिनट में ही बहुत अच्छी नींद आ जाएगी इतना नहीं माईग्रेन की समस्या अथवा अधकपारी ठीक हो जाएगी यह उपचार उन व्यक्तियों पर पर भी लागू है जिन्हें दवा खाने के बाद भी नींद नहीं आती।
शरीर में कहीं निश्चित स्थान पर दर्द हो रहा है तो मैथी दाने को दर्द के स्थान पर पट्टी बाध दे 10मिनट में ही पूर्ण लाभ होगा।
ध्यान न रहे मैथी दाना गीला न होने पाए अन्यथा कोई लाभ नहीं होगा।
ऐसा क्यों होता है अध्ययन से ज्ञात है कि मैथी दाने का इलेक्ट्रोमैग्नेटिक क्षेत्र बहुत प्रबल होता है।
# मैथी दाने का लड्डू देशी गाय का घी और देशी गुण के साथ बनाकर ठण्ड के तीन महीने सेवन करने से वात और कफ की 78 बिमारीयाँ ठीक हो जाती है।
गर्भवती माँँ को आठवें या नवे माह में एक या दो माह तक देने से बच्चे का जन्म सामान्य तरीके से होगा कभी भी आपरेशन की आवश्यकता नहीं होगी।
इतना ही नहीं आपरेशन की वजह से यदि माता को युट्रसडिस्प्लेसमेंट की समस्या हो गयी है तो माता को 90दिनों तक मैथी का लड्डू खिलाइये यह समस्या भी ठीक होगी और कभी भी आपरेशन की आवश्यकता नहीं होगी।
सावधानी
ध्यान रहे पित्त प्रकृति वाले लोगों को मैथी दाने का सेवन कभी भी नहीं करना चाहिए क्योंकि यह पित्त को बढाता है।
लगातार 90 से अधिक मैथी दाने का सेवन सेवन न कर
90 दिनों के पश्चात 15-20 दिनों का अन्तराल अवश्य दें
स्वस्थ व्यक्ति को लगातार15 दिनों तक सेवन के बाद 15दिन का अन्तराल देकर ही सेवन करें।
सभी को सप्ताह में एक वार मैथी का सेवन आवश्य ही करना चाहिए।
Youtube video linkhttps://youtu.be/a-d6Gbl8peg
मैथी दाने की बहुत ही उपयोगिता है जिसके बारे में अगले ब्लॉग में लिखूंगा...।
।।धन्यवाद।।
।।जय हिन्द, जय भारत, स्वस्थ भारत।।
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