कितना खतरनाक है कोरोना विषाणू
कैसे बचे इसके प्रकोप से
क्या यह वास्तव में खतरनाक है...
नमस्ते,
आइए जाने पूरी दुनिया में जिस विषणू ने लोगों के मन मे भय का संचार कर रखा है यह कितना घातक है, किसके लिए घातक है, क्यों घातक है और देश तथा लोगों को इसके इस भयानक प्रकोप से कैसे बचाया जा सकता है।
दुनिया भर में आतंक का माहौल पैदा करने वाला यह संक्रामक विषाणू आया कहाँ से यह तय करना कठिन हो रहा है। ऐसा पता चला है कि यह चमगादड़ में पाया जाने वाला एक विषाणू है जिसका चीन के लोग भोजन के रूप में उपयोग कर रहे थे। यदि ऐसा है तो प्रश्न है कि क्या चीन में 4-6 महिने पहले ही इसका उपयोग किया गया।
विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करने से हमें ज्ञात होता है कि वजह कुछ और ही है हम वास्तविकता से कोसों दूर हैं। अभी इस विषय पर बहस करना किसी मूर्खता से कम नहीं है अतः इस तथ्य को विचाराधीन रखते हुए हम इस बात पर बात करें की अब क्या होना चाहिए ज्यादा उचित होगा।
सूत्रों के हवाले से यह ज्ञात हो रहा है कि अब तक इस विषाणू से देश में चार मौतें हो चुकी है और 187 लोगों में यह विषाणू पाया गया है। इस विषाणू से जो संक्रमित हैं उसमें से 90% लोग किसी न किसी देश से इस बीमारी के शिकार होकर आये हैं और बाकी के लोग उनके सगे संबंधी हैं।
तो इससे यह तय होता है कि अब समय है इस बिमारी को बढने से रोकने की।
इसके लिए हमें सर्वप्रथम आवश्यकता जागरूक एवं सजग होने की है।
इस दिशा में देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश को आश्वस्त किया है कि डरने की आवश्यकता नहीं है साथ ही लोगों से यह भी आह्वान किया है कि22 मार्च को सुबह 7बजे स शायं 9 बजे तक घर में रह कर जनता कर्फ्यू लगाने का आह्वान किया है यह बहुत ही अच्छा प्रयास है इससे यह विषाणू फैलने से रूकेगा।
अब देश के लोगों की प्रथम जिम्मेदार है कि हम अपनी जिम्मेदारी को समझे और देश का साथ दें।
सरकार ने इस पर व्यापक कदम उठाते हुए देश के बाहर की सभी उड़ानों पर पूर्ण प्रति बंध लगाने का निश्चचय किया है।
साथ ही देश के अन्दर भ्रमण पर भी नियंत्रण करने का प्रयास किया है। तथा जिस किसी वजह से भीड़ उत्पन्न हो सकती है उसका पूर्ण नियंत्रण करने का प्रयास कर रही है।
किसे सबसे ज्यादा सुरक्षा की आवश्यकता और क्यों:-
जैसा की अभी तक के अध्ययन से ज्ञात हुआ है कि 10 वर्ष से कम तथा 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों, मांसाहार करनेवाले, मदिरा पान करने वाले अनियमित तथा अव्यवस्थित जीवन जीने वाले तथा उन सभी व्यक्तियों के लिए जिनकी रोग प्रतिरोधी क्षमता किसी भी वजह से निर्बल हो गयी है या हो रही है के लिए घातक है। ऐसे लोगों पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है।
बचने का उपाय:-
घर बाहर तथा भीतर देशी गाय का मूत्र तथा गोबर का मिश्रण बनाकर लेपन करें फर्स को गौमूत्र से धूले इस प्रक्रिया में पानी का कहीं भी प्रयोग न करें अन्यथा विपरीत परिणाम होगा।ये हुई गृह शुद्धि की बात।
अपने हाथों पर सैनिटाइजर के स्थान पर एलोवेरा, नीम, तुलसी के रस का मिश्रण लगाएंं और इसी से हाथ पैर मुह धूले हो सके तो इस मिश्रण को घर पर ही तैयार करेंं।
देशी गाय का गोमूत्र है कोरोना का सर्वोत्तम उपचार है यह उनके लिए भी सर्वोत्तम औषधि है जो कोरोना ग्रस्त हैं और उनके लिए भी जो इस विषाणू जनित रोग के प्रकोप से बचना चाहते हैं अर्थात् रोगी तथा नीरोगी दोनों के लिए ही गौमूत्र का सेवन करना आवश्यक है।
जय गौ माता, जय भारत माता
मै इस बात की गारण्टी देता हूँ कि एक मात्र देशी गौमाता की बछड़ी के मूत्र का निरन्तर सेवन करने मात्र से आप जीवन की सभी बिमारीयों से सदैव सुरक्षित रह सकते हैं।
इसके साथ ही गिलोय, नीम तथा श्याम तुलसी का रस या काढा पीए
ऐलोवेरा जूस आदि का सेवन करके आप अपनी रोग प्रतिरोधी क्षमता को प्रवल बना सकते हैं।
खाना खाने का सही नियम तथा पानी पीने का सही नियम बहुत जरूरी है।
लिंक पर जाकर आप इसके बारे में भी जाने
https://sumitalks1.blogspot.com/2020/03/breakfast-lunch-dinner.html
पानी पीने का सही नियम
https://sumitalks1.blogspot.com/2020/02/water.html
दिनचर्या
https://sumitalks1.blogspot.com/2020/02/routine.html
कैसे बचे इसके प्रकोप से
क्या यह वास्तव में खतरनाक है...
नमस्ते,
आइए जाने पूरी दुनिया में जिस विषणू ने लोगों के मन मे भय का संचार कर रखा है यह कितना घातक है, किसके लिए घातक है, क्यों घातक है और देश तथा लोगों को इसके इस भयानक प्रकोप से कैसे बचाया जा सकता है।
दुनिया भर में आतंक का माहौल पैदा करने वाला यह संक्रामक विषाणू आया कहाँ से यह तय करना कठिन हो रहा है। ऐसा पता चला है कि यह चमगादड़ में पाया जाने वाला एक विषाणू है जिसका चीन के लोग भोजन के रूप में उपयोग कर रहे थे। यदि ऐसा है तो प्रश्न है कि क्या चीन में 4-6 महिने पहले ही इसका उपयोग किया गया।
विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करने से हमें ज्ञात होता है कि वजह कुछ और ही है हम वास्तविकता से कोसों दूर हैं। अभी इस विषय पर बहस करना किसी मूर्खता से कम नहीं है अतः इस तथ्य को विचाराधीन रखते हुए हम इस बात पर बात करें की अब क्या होना चाहिए ज्यादा उचित होगा।
सूत्रों के हवाले से यह ज्ञात हो रहा है कि अब तक इस विषाणू से देश में चार मौतें हो चुकी है और 187 लोगों में यह विषाणू पाया गया है। इस विषाणू से जो संक्रमित हैं उसमें से 90% लोग किसी न किसी देश से इस बीमारी के शिकार होकर आये हैं और बाकी के लोग उनके सगे संबंधी हैं।
तो इससे यह तय होता है कि अब समय है इस बिमारी को बढने से रोकने की।
इसके लिए हमें सर्वप्रथम आवश्यकता जागरूक एवं सजग होने की है।
इस दिशा में देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश को आश्वस्त किया है कि डरने की आवश्यकता नहीं है साथ ही लोगों से यह भी आह्वान किया है कि22 मार्च को सुबह 7बजे स शायं 9 बजे तक घर में रह कर जनता कर्फ्यू लगाने का आह्वान किया है यह बहुत ही अच्छा प्रयास है इससे यह विषाणू फैलने से रूकेगा।
अब देश के लोगों की प्रथम जिम्मेदार है कि हम अपनी जिम्मेदारी को समझे और देश का साथ दें।
सरकार ने इस पर व्यापक कदम उठाते हुए देश के बाहर की सभी उड़ानों पर पूर्ण प्रति बंध लगाने का निश्चचय किया है।
साथ ही देश के अन्दर भ्रमण पर भी नियंत्रण करने का प्रयास किया है। तथा जिस किसी वजह से भीड़ उत्पन्न हो सकती है उसका पूर्ण नियंत्रण करने का प्रयास कर रही है।
किसे सबसे ज्यादा सुरक्षा की आवश्यकता और क्यों:-
जैसा की अभी तक के अध्ययन से ज्ञात हुआ है कि 10 वर्ष से कम तथा 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों, मांसाहार करनेवाले, मदिरा पान करने वाले अनियमित तथा अव्यवस्थित जीवन जीने वाले तथा उन सभी व्यक्तियों के लिए जिनकी रोग प्रतिरोधी क्षमता किसी भी वजह से निर्बल हो गयी है या हो रही है के लिए घातक है। ऐसे लोगों पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है।
बचने का उपाय:-
घर बाहर तथा भीतर देशी गाय का मूत्र तथा गोबर का मिश्रण बनाकर लेपन करें फर्स को गौमूत्र से धूले इस प्रक्रिया में पानी का कहीं भी प्रयोग न करें अन्यथा विपरीत परिणाम होगा।ये हुई गृह शुद्धि की बात।
अपने हाथों पर सैनिटाइजर के स्थान पर एलोवेरा, नीम, तुलसी के रस का मिश्रण लगाएंं और इसी से हाथ पैर मुह धूले हो सके तो इस मिश्रण को घर पर ही तैयार करेंं।
देशी गाय का गोमूत्र है कोरोना का सर्वोत्तम उपचार है यह उनके लिए भी सर्वोत्तम औषधि है जो कोरोना ग्रस्त हैं और उनके लिए भी जो इस विषाणू जनित रोग के प्रकोप से बचना चाहते हैं अर्थात् रोगी तथा नीरोगी दोनों के लिए ही गौमूत्र का सेवन करना आवश्यक है।
जय गौ माता, जय भारत माता
मै इस बात की गारण्टी देता हूँ कि एक मात्र देशी गौमाता की बछड़ी के मूत्र का निरन्तर सेवन करने मात्र से आप जीवन की सभी बिमारीयों से सदैव सुरक्षित रह सकते हैं।
इसके साथ ही गिलोय, नीम तथा श्याम तुलसी का रस या काढा पीए
ऐलोवेरा जूस आदि का सेवन करके आप अपनी रोग प्रतिरोधी क्षमता को प्रवल बना सकते हैं।
खाना खाने का सही नियम तथा पानी पीने का सही नियम बहुत जरूरी है।
लिंक पर जाकर आप इसके बारे में भी जाने
https://sumitalks1.blogspot.com/2020/03/breakfast-lunch-dinner.html
पानी पीने का सही नियम
https://sumitalks1.blogspot.com/2020/02/water.html
दिनचर्या
https://sumitalks1.blogspot.com/2020/02/routine.html
बेहतरीन
ReplyDeleteDhanyabad bhai share jaroor kijiye
Deleteलाभदायक
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